पहाड़ी के उस पार
किशोर-उपन्यास
प्रोफेसर रमन एक वनस्पति शास्त्री हैं, जिनके क़दम औषधीय पौधों की खोज में जगह-जगह भटकते रहते हैं। उनकी इस यात्रा के साथी होते हैं-- विक्की और मोंटू। ऐसी ही एक यात्रा के दौरान वे अबूझमाड़ के जंगलों में जा पहुँचते हैं। अबूझमाड़-- यानी ऐसी अबूझ धरती जहाँ चप्पे-चप्पे पर खतरे मँडराते हैं, जहाँ क़दम-क़दम पर आशंकाएँ थरथराती हैं। खोज के दौरान वे नक्सलियों के बीच फँस जाते हैं और नज़रबंद कर लिए जाते हैं। और फिर शुरू होता है रोमांचक घटनाओं का सिलसिला। षडयंत्र, संघर्ष, साहस और जीवटता से भरा एक ऐसा रोमांचक उपन्यास, जिसे आप पूरा पढ़े बिना नहीं रुक सकते।
प्रकाशक : फ्लाई ड्रीम पब्लिकेशन, जैसलमेर, राजस्थान
मूल्य : 220/-
संस्करण : 2024
जूते निकले घूमने
हिंदी साहित्य के अग्रणी प्रकाशक अद्विक
प्रकाशन प्रा0 लि0, दिल्ली द्वारा प्रकाशित ‘जूते निकले घूमने’ नन्ही-नटखट कहानियों
का ऐसा संग्रह है, जो विशेषकर छोटे बच्चों को केंद्र में रखकर लिखी गई हैं।
रंग-बिरंगी सात कहानियों का यह गुलदस्ता बच्चों को गुदगुदाएगा, हँसाएगा और उनकी
कल्पनाशक्ति को उड़ान देगा। रंग-बिरंगे सुंदर चित्रों से सजी कहानियाँ बच्चों को
निश्चित तौर पर भाएँगी। कहानियों की भाषा अत्यंत सरल है। इनकी रोचक कहन-शैली
बच्चों बच्चों को विशेष रूप से पसंद आएगी।
प्रकाशक : अद्विक पब्लिकेशन प्रा०लि०, दिल्ली
मूल्य : 200/-
संस्करण : 2024
नवीन पुस्तकों के प्रकाशन के लिए हार्दिक बधाई सर....
ReplyDeleteआप जैसे बहुपठित व्यक्ति की टिप्पणी पाकर ख़ुशी होती है. हार्दिक धन्यवाद.
ReplyDeleteहार्दिक बधाई सर।
ReplyDeleteबहुत-बहुत शुक्रिया भाई
DeleteCongratulations Arshad ji
ReplyDeleteबहुत-बहुत- शुक्रिया
Deleteनिश्चित रूप से भारत मां के विद्वान सपूत हैं आप सर जी, बहुत बहुत बधाई।
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद मित्र
Deleteसर आप के जैसा महान गुरु इस संसार में मिलना बहुत मुश्किल बात है,आपने हमेशा हर कदम पर साथ दिया है। धन्य हो आप धन्य हो...
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